समिति के अध्यक्ष की तरफ से संदेश
नमस्कार। बड़ी ही प्रसन्नता का विषय है कि समाज के हमारे सभी परिवार श्री कृष्ण गोस्वामी भट्ट तैलंग समाज धर्मार्थ सेवा समिति, जयपुर से जुड़ गए हैं।
समिति का विधिवत गठन कर बैंक खाता खोला जा चुका है। यह समिति राजस्थान सरकार की रजिस्टर्ड विधि सम्मत संस्था है। जो कि पूरी तरह विश्वसनीयता और वित्तीय पारदर्शिता से समाज सेवा का कार्य कर रही है। यह प्रमाणित विधि सम्मत तरीके से समाज को संगठित करने वैदिक संस्कृति, संस्कार और आपसी संबंधों को सुधारने कार्य कर रही है। प्रत्येक समारोह का समय पर आय व्यय का ब्यौरा बैलेंस शीट प्रस्तुत भी कर रही है। जयपुर में बहुतायत समाज के परिवार रहने से समिति ने यह निर्णय लिया गया है कि जयपुर में गोस्वामी भट्ट तैलंग समाज का सामूहिक भवन बने। इसके लिए हमारे द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा हैं। सरकार से संबंधित अधिकारी / मंत्रियों से संपर्क कर् सभी प्रकार की सहायता प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके पूरा होने से समाज को दूरगामी लाभ प्राप्त होगा। यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण निर्णय हुआ है। इसके लिए समाज के सभी वर्गों की सहायता इस कार्य मे पयोगदान देने की आवश्यकता है। हमारे समाज में इस कार्य से बहुत उत्साह और आशा का संचार हुआ है।
हमारे समाज ने दान एकादशी और वामन द्वादशी का उत्सव बड़े उल्लास से मनाया है।
इस अवसर पर भगवान वामन अवतार की विश्व कल्याण हेतु भव्य दानलीला का उत्सव मना कर वैषणवधर्माचार्यों/वल्लभवंशज ने वैष्णव समाज के सभी के वर्गों को भगवान की दान लीला से प्रेरित किया और धार्मिक आचरण, कर्तव्य पथ को साकार, निस्वार्थ भाव और पूर्ण मनोयोग से चरितार्थ कर वैष्णव धर्म की आदर्श गौरवमयी परम्परा का गरिमामय पालन कर अनुसरण किया गया है। इससे वल्लभवंशज की समाज मे प्रतिष्ठा और गौरव /सम्मान/सदायश मे वृद्धि हुई है। आप सभी से अनुरोध है भगवान विष्णु के अवतार भगवान् वामन अवतार लीला ने दान प्राप्त करने की वृत्ति लीला उत्सव के महत्व का उपयोग यदि हंसरे समाज हित कार्य में भी किया जाए तो समाज काफी उन्नति कर सकता है। हमारा सामुहिक भवन निर्माण का कार्य भी इस प्रकार से दान राशि प्राप्त होने पर गति पकड़ सकता है। समाज के कुछ विशेष व्यक्तियों /दानदताओं , समाजसेवियों द्वारा भवन निर्माण के लिए उदारमन से अनुदान राशि देने का आश्वासन प्रदान किया गया है। जो कि हर्ध का विषय है। समिति की ओर से उनका हार्दिक अभिनंदन है। हमारा सभी से यह विनम्र अनुरोध है कि समाज का प्रत्येक सदस्य समाज के कार्य में बढ़ चढ़कर अपना योगदान देकर के राशि समिति के खाते में जमा करावे। प्रत्येक समाज में, जो कि अब विकसित समाज है, उनमें यह दान प्रवृत्ति है कि उनके सभी परिवार कुछ ना कुछ राशि समाज के हित में अपना नियमित अंशदान जमा अवश्य करते हैं। इसी प्रकार यदि हमारे सजातीय परिवार भी इस प्रकार की प्रवृत्ति को अपना लें कि हमें भी समाज के लिए प्रत्येक माह कुछ राशि जमा करनी चाहिए। जिससे कि हमारा समाज विकसित हो कर सामाजिक विकास के कार्य कर सके। यह प्रवृति समाज की उन्नति के लिए अत्यंत आवश्यक है। समिति द्वारा विभिन्न आयोजन कर उस विशेष आयोजन/प्रयोजन हेतु प्राप्त हुई धानराशि एकत्रित कर लेती है और वह प्रयोजन /कार्य/ आयोजन आप सभी के स्थस्योग से संपन्न भी हो जाते हैं। लेकिन स्थाई समाज हित के कार्यों के लिए अलग से बजट की आवश्यकता है। जिसे लिए स्थाई धनराशि के कोष के निर्माण की आवश्यकता है। जयपुर में जमीनों के भाव काफी ऊंचे हैं और इसके लिए एक बड़े कोश की आवश्यकता है। अतः आप सभी से विनम्र अनुरोध है कि अन्य समाजों की भांति हमारे समाज के परिवार समिति के बैंक खाते में स्वेच्छा पूर्वक प्रत्येक माह यथायोग्य सहयोग राशि जमा करने की कृपा करें। जिससे कि उसकी सभी समाजिक सेवा कार्य समिति द्वारा किया जा सके। समिति का बैंक खाता विवरण पुन; सादर प्रस्तुत है। नमस्कार।🙏😊
About us
तैलंग ब्राह्मण समाज भारत में पाए जाने वाले कई ब्राह्मण समुदायों में से एक है। “तैलंग” शब्द संस्कृत शब्द “तैलंगा” से आया है”।
तैलंग-भट्ट-गोस्वामी समुदाय का निर्माण आन्ध्र प्रदेश में विभिन्न वर्गी ब्राह्मणों से हुआ, वेलनाडी अर्थात परदेसी ब्राह्मण जो बाहर से आये और तैलंग देश में आकर बसे । दूसरा वर्ग वेगीनाडू, जिनके निवास ग्राम जल गये वे तैलंग देश में आकर बसे। "वेगी" दग्ध होने को कहते हैं। तीसरा वर्ग वह है जिनके स्वदेशाधिपति मर जाने के कारण, अत्याचार व अनाचार के भय के कारण तैलंग देश में आकर बसे, वे मुर्कीनाडू कहलाये। उपरोक्त तीनों प्रकार के ब्राह्मण कर्म-कर्मा नाम से जाने गये, अर्थात् ये कर्म करने में कुशल थे। यही कारण है कि रक्तबीज के कारण तैलंग-भट्ट-गोस्वामी समुदाय में कर्म की प्रधानता होते हुए पूर्वज व वर्तमान पीढ़ी में अध्यवसायी कर्मियों की कमी नहीं रही। ये गर्व का विषय है कि इस जाति समुदाय ने ज्योतिष, तांत्रिक, कर्मकाण्डी, साहित्यकार, अध्यापक, प्रशासन, न्याय, कला कौशल आदि विभिन्न क्षेत्रों में नाम उजागर किया है।
Events
सजातीय पौष बड़ा महोत्सव
सर्व गोत्रीय तैलंग भट्ट गोस्वामी समाज पौष बड़ा महोत्सव - 2024
तारीख: 29 दिसंबर 2024, रविवार
समय: सुबह 12:00 बजे से
कार्यक्रम स्थल: लक्ष्मी नारायण मंदिर, रत्न गंगा अन्नपूर्णा परिसर, महापुरा, जयपुर
कार्यक्रम प्रवेश शुल्क: 250 ₹ प्रति व्यक्ति
श्री नटवर गोस्वामी या श्री केशव तैलंग से संपर्क कर 250 रू प्रति व्यक्ति योगदान राशि जमा करा सीट आरक्षित करें।
एक दिवसीय गरबा महोत्सव
एक दिवसीय शारदीय व्रज विलास (गरबा) महोत्सव - 2024
तारीख: 11 अक्टूबर 2024, शुक्रवार
समय: शाम 6:30 बजे से
कार्यक्रम स्थल: वी वन होटल, ओम स्वीट के पास, अजमेर रोड, जयपुर
कार्यक्रम प्रवेश शुल्क: 500 ₹ प्रति व्यक्ति
सजातीय गोठ
प्रतिभा सम्मान, परिवार-युवा परिचय एवं सामूहिक गोठ समारोह - 2024
तारीख: 15 सितम्बर 2024, रविवार
समय: सुबह 11:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
कार्यक्रम स्थल: सामुदायिक केंद्र, एस एफ एस, मानसरोवर, जयपुर
कार्यक्रम प्रवेश शुल्क: 300 ₹ प्रति व्यक्ति
प्रतिभा सम्मान सूची |
वरिष्ठजन सम्मान सूची
विशिष्ट सम्मान सूची
सांस्कृतिक कार्यक्रम
सजातीय संगीत, नाट्य, अभिनय, गायन, वादन, कविता, कला मंच - 2024
तारीख: 14 सितम्बर 2024, शनिवार
समय: दोपहर 12 बजे से संध्या तक
कार्यक्रम स्थल: सामुदायिक केंद्र, एस एफ एस, मानसरोवर, जयपुर
कार्यक्रम प्रवेश शुल्क: 300 ₹ प्रति व्यक्ति
सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार
गोस्वामी, भट्ट, तैलंग समाज सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार समारोह - 2024
तारीख: 21 अप्रैल 2024, रविवार
समय: सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
कार्यक्रम स्थल: सामुदायिक भवन, सेक्टर - 8, अरावली मार्ग, मानसरोवर, जयपुर
कार्यक्रम प्रवेश शुल्क: 300 ₹ प्रति व्यक्ति
सजातीय वरिष्ठ जन सम्मान
सजातीय वरिष्ठ जन सम्मान एवं स्नेह मिलन - 2023
तारीख: 26 नवम्बर 2023, रविवार
समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
कार्यक्रम स्थल: नहर के गणेश जी, ब्रह्मपुरी, जयपुर
News
सजातीय वरिष्ठ जन सम्मान एवं स्नेह मिलन समारोह
सजातीय वरिष्ठ जन सम्मान एवं स्नेह मिलन समारोह 26 नवम्बर 2023 में आप महानुभावों की सदाशयता और स्वकीयत्व भावना से हम गौरवान्वित और अभिभूत हैं। वरिष्ठ जनों के सम्मान व स्नेह मिलन में देश भर के सजातीयों का उत्साह और भागीदारी, सम्मान पदकों, पत्रकों और सामग्री का प्रायोजन तथा पुष्टि आचार्यों और जातीय प्रबुद्ध जनों द्वारा मार्गदर्शक संबोधन। उक्त आयोजन द्वारा समाज के लगभग ७५ वर्षीय वरिष्ठ ६५ सम्माननीयों द्वारा कार्यकर्ताजन अनुग्रहीत हुए।अनुमानित 200 सजातीयों ने सहभोज का आनंद लिया।
सजातीय सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार समारोह
सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार आयोजन में अपनी जातीय वैदिक पद्धति से योग्य उपाध्याय जी के निर्देशन में और मंत्रोच्चार-विधिविधान के साथ देश भर के २३ जातीय वटुकों का पुष्टिमार्ग के सम्माननीय आचार्यों, वटुक परिवार के आमंत्रित और स्नेहशील उपस्थित समेत लगभग २हजार गोस्वामी भट्ट तैलंग समाज के विशाल जनसमूह की उपस्थिति में उपनयन संस्कार संपन्न हुआ जिसके लिये उल्लेखनीय है कि स्थानीय और समस्त भारत में विराजमान सहयोग कर्ताओं ने संस्कारित जीवन तथा सामाजिक एकजुटता के निमित्त स्वेच्छा से न केवल धनराशि प्रदान की अपितु बहुमूल्य गरिमामय उपस्थिति द्वारा ब्रह्मचारी वटुकों को अनमोल शुभाशीष, भिक्षा दान एवं वस्त्र, कंठी-तुलसीमाला, गीता-भागवत, वैष्णव कैसा हो, श्रीबलदेवचरितम् पुस्तकें और सात स्वरूप के चित्रजी देकर अनुग्रहीत किया।
सजातीय वरिष्ठ जन सम्मान समारोह